मित्रो!
पिछले पन्द्रह दिनों में हमने और आपने कुण्डलिया छन्द के बारे में बहुत कुछ सीखा!
अब एक अगस्त, 2013 से सृजन मंच ऑनलाइन पर हरि गीतिका छन्द के बारे में रचनाएँ आमन्त्रित करता हूँ।
हरिगीतिका छन्द विधान
सोलह गिनें मात्रा, रुकें फिर, सांस लेने के लिए|
फिर बाद उस के आप मात्रा - भार बारह लीजिए||
चरणान्त में लघु-गुरु, तुकान्तक, चार पंक्ति विधान है|
हरिगीतिका वह छन्द है जो, महफ़िलों की शान है||
उदाहरण - मात्रा गणना सहित
सोलह गिनें मात्रा, रुकें फिर,
२११ १२ २२ १२ ११ = १६ मात्रा, यति
सांस लेने के लिए|
२१ २२ २ १२ = १२ मात्रा, अंत में लघु गुरु
फिर बाद उस के आप मात्रा -
११ २१ ११ २ २१ २२ = १६ मात्रा, यति
भार बारह लीजिए||
२१ २११ २१२ = १२ मात्रा, अंत में लघु गुरु
चरणान्त में लघु-गुरु, तुकान्तक,
११२१ २ ११ ११ १२११ = १६ मात्रा, यति
चार पंक्ति विधान है|
२१ २१ १२१ २ = १२ मात्रा, अंत में लघु गुरु
हरिगीतिका वह छन्द है जो,
११२१२ ११ २१ २ २ = १६ मात्रा, यति
महफ़िलों की शान है||
१११२ २ २१ २ = १२ मात्रा, अंत में लघु गुरु
हरिगीतिका छंद १६+१२=२८ मात्रा वाला छंद होता है| अंत में लघु गुरु अनिवार्य है| इस छंद का अलिखित नियम यह है कि इस की धुन -
ला ला ल ला
ला ला ल ला ला
ला ल ला
ला ला ल ला
के अनुरूप चलती है| यहाँ धुन वाले ला का अर्थ गुरु अक्षर न समझ कर २ मात्रा भार समझना चाहिए|
ठीक इसी तरह का एक और छंद है - उसे सार या ललित छंद के नाम से जाना जाता है| इस छंद में भी १६+१२=२८ मात्रा होती हैं| अंत में गुरु गुरु आते हैं| और इस सार / ललित छंद की धुन होती है -
ला ला ला ला
ला ला ला ला
ला ला ला ला
ला ला
यहाँ भी धुन वाले ला का अभिप्राय गुरु वर्ण से न हो कर २ मात्रा भार से है|
हरिगीतिका को कभी कभी कुछ व्यक्ति गीतिका समझने की भूल कर बैठते हैं| जब कि वह एक अलग ही छंद है| गीतिका में १४+१२=१६ मात्रा होती हैं| अंत में लघु गुरु| इस छंद की धुन होती है -
ला ल ला ला
ला ल ला ला
ला ल ला ला
ला ल ला
यहाँ भी धुन वाले ला का अभिप्राय गुरु अक्षर न हो कर २ मात्रा भार है| गीतिका छंद का उदाहरण - "हे प्रभो आनंद दाता ज्ञान हमको दीजिये"|
आपकी रचना कल बुधवार [31-07-2013] को
जवाब देंहटाएंब्लॉग प्रसारण पर
हमने जाना
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सादर
सरिता भाटिया
ऐसी कक्षाएँ ब्लॉग पर शुरू करना एक सराहनीय कदम है .
जवाब देंहटाएंशुभकामनाएँ.
सर जी ,सुन्दर ज्ञान की बातें
जवाब देंहटाएंहरिगीतिका,गीतिका और ललित छंद पर उपयोगी जानकारी.
जवाब देंहटाएंछंदों के गाने की धुन भी ध्वन्यात्मक रूप में हो तो और अधिक आनंद आ जाएगा.
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