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गुरुवार, 4 जुलाई 2013

सुप्रभात दोहे 1.


सुप्रभात दोहे रचने,  मैं आई हूँ आज |

अधर पर मुस्कान लिए,करती हूँ आगाज ||

रोज ले आए नई ,सुबह सुखद सन्देश |

पूरी हो हर कामना ,संकट हरे गणेश||

आये कोई विघ्न ना ,सर पर रखना हाथ|

पूरी करना कामना ,हे नाथों के नाथ||

चूम उठाया भोर ने ,ख़ुशी मिल गई ख़ास | 

सुबह संदेश आपका ,दे गया नई आस  ||

बन जायेंगे आपके, सारे बिगड़े काम |

बिना थके बढते रहें , मन में धारे राम||

सुबह सुहानी आ गई लेकर मस्त  फुहार |

पूरी हो हर कामना  खुशियाँ मिलें अपार||

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