लखनऊ में राष्ट्रीय पुस्तक मेला ---लेखक से मिलिए कार्यक्रम....डा श्याम गुप्त ...
लखनऊ में राष्ट्रीय पुस्तक मेला ---लेखक से मिलिए कार्यक्रम ...३ अकूबर २०१५ ---.में संतुलित कवयित्री व कहानीकार स्नेह लता दिल्ली ...अगीत के संस्थापक साहित्यभूषण डा रंगनाथ मिश्र सत्य...पूर्व योजना आयोग के सदस्य साहित्यकार सुल्तान शाकिर हाशमी व साहित्यकार डा श्याम गुप्त साहित्यकारों व श्रोताओं से अभिमुख हुए |
अपने लेखन को रेखांकित करते हुए साहित्यकारों ने अपना परिचय व कृतियों का भी उल्लेख किया एवं वे लेखन क्षेत्र में क्यों आये इसका भी उल्लेख किया | तदुपरांत लेखकों ने मंच से ,,,उपस्थित श्रोताओं व साहित्यकारों के प्रश्नों के उत्तर भी दिए
----- एक प्रश्न के उत्तर में डा श्याम गुप्त ने छंद के बारे में स्पष्ट करते हुए कहा कि किया कि छंद , गीत, अगीत , अतुकांत, तुकांत छंदों में आपस में कोइ मतान्तर नहीं है | केवल तुकांत छंदों को छंद कहने वाले छंद को मूलतः नहीं जानते |
संचालन कुमार तरल ने किया |
लेखक से मिलये कार्यक्रम --- कवयित्री व संतुलित कहानीकार स्नेह लता,दिल्ली...अगीत के संस्थापक , साहित्यभूषण डा रंगनाथ मिश्र सत्य , पूर्व योजना आयोग भारत सरकार के सदस्य व हिन्दी-उर्दू के साहित्यकार डा सुल्तान शाकिर हाशमी , साहित्यकार डा श्याम गुप्त .........संचालन कुमार तरल.... |
डा श्याम गुप्त उपस्थित श्रोताओं व साहित्यकारों के प्रश्नों का उत्तर देते हुए ...
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डा श्याम गुप्त अपने लेखन को रेखांकित करते हुए |
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