दिनांक 24-04-2016 को हल्द्वानी के होटल आमोर के सभाकक्ष में
स्व. मोहनचन्द्र जोशी के काव्य संग्रह "कवि और कविता"
का लोकार्पण सम्पन्न हुआ।
जिसका प्रकाशन 29 वर्षों के बाद
स्व. मोहनचन्द्र जोशी
के ज्येष्ट पुत्र गिरीश जोशी जी ने कराया है।
लोकार्पण समारोह के मुख्य अतिथि प्रो. गोविन्द सिंह
(निदेशक-उत्तराखण्ड मुक्त विश्विद्यालय, हल्द्वानी) रहे
तथा अध्यक्षता खटीमा के साहित्यकार डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने की ।
इस कार्यक्रम में नगर के प्रबुद्ध नागरिकों के साथ
जोशी परिवार के समस्त सम्बन्धी भी थे।
कार्यक्रम का शुभा रम्भ व्यापक जोशी द्वारा
सरस्वती वन्दना से किया गया। तत्पश्चात्
स्व. मोहनचन्द्र जोशी जी की श्रीमती नन्दी जोशी का
नागरिक अभिनन्दन किया गया और उन्हें
दिल्ली से पधारे नरेन्द्र सिंह 'नीरव' ने कार्यक्रम का
सफल और सुरुचिपूर्ण संचालन किया।
इस कृति का सम्पादन करने वाले "शब्दांकुर प्रकाशन" के काली शंकर 'सौम्य' ने
अपने उद्बोधन में पुस्तक के विषय में प्रकाश डालते हुए अपनी कुछ रचनाओं का भी पाठ किया।
स्व. मोहनचन्द्र जोशी के कनिष्ठ पुत्र
दिव्यांग जीवन चन्द्र जोशी भी समारोह में उपस्थित थे,
जिन्होंने "एक पहल दिव्यांग स्वयं सहायता समूह" के माध्यम से
दिव्यांगों को जीवन की जीने की दिशा दी।
जिस पर दिव्यांगी सुश्री कविता और निर्मला मेहता ने
प्रकाश डाला। पुस्तक का आवरण चित्र बनाने वाले विमल पाण्डेय ने अपने सम्बोधन मेंआवरण की सार्थकता पर अपने उद्गार व्यक्त किये।
स्व. मोहनचन्द्र जोशी
की पुत्री सुश्री निर्मला जोशी 'निर्मल'
और श्रीमती मीनू पाण्डेय ने
काव्य संग्रह की कुछ रचनाओं का वाचन भी किया।
इसके अतिरिक्त सौरभ पन्त, अमर उजाला, दैनिक जागरण आदि
समाचार पत्रों के सम्वाददाता भी समारोह में उपस्थित थे।
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मंगलवार, 26 अप्रैल 2016
""कवि और कविता" का लोकार्पण सम्पन्न हुआ" डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
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