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"मनहरण घनाक्षरी छन्द विधान" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री ‘मयंक’)
मनहरण घनाक्षरी घनाक्षरियों में मनहरण घनाक्षरी सबसे अधिक लोकप्रिय है । इस लोकप्रियता का प्रभाव यहाँ तक है कि बहुत ...
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हार में है छिपा जीत का आचरण। सीखिए गीत से , गीत का व्याकरण।। बात कहने से पहले विचारो जरा मैल दर्पण का अपने उतारो जरा तन...
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उर्दू व फारसी का छंद विशेष रुबाई में चार , समवृत्त चरण होते हैं। इसके पहले , दूसरे और चौथे पद में क़ाफ़िया होता है , तीसरा...
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मेरी नवीन कृति ...कुछ शायरी की बात होजाए --ड़ा श्याम गुप्त ... ...
बहुत खूब,सुंदर गजल ...!
जवाब देंहटाएंRECENT POST - फागुन की शाम.
बहुत बढ़िया प्रस्तुति-
जवाब देंहटाएंआभार गुरुदेव-
vaah vaah...
जवाब देंहटाएं---सुन्दर व भावपूर्ण शानदार ग़ज़ल .....
जवाब देंहटाएं--- यद्यपि ..तीन शेरों में काफिया भिन्नता है ..जिसे सही किया जा सकता है ...निम्नानुसार ...(परन्तु वस्तुत: तो इस काफिया भिन्नता से भी यहाँ इस ग़ज़ल के भाव, लय, गति, सुर व प्रवाह, भाव-सम्प्रेषण एवं श्रेष्ठता, सौन्दर्य पर कोइ अंतर नहीं पड रहा ...इसीलिये तकनीक को मैं सिर्फ २५% ही नंबर देता हूँ शेष को ७५%)...देखें...
पिरोना एकता के सूत्र में, = एक्य में पिरोया जाना
दमकता सा खरा कुन्दन, = खरा कुंदन सा होजाना
हमारा गुनगुनाना भी = हमारा गीत भी गाना ..
वाह बहुत सुदंर
जवाब देंहटाएंगजल लिखी आपने