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मेरी नवीन प्रकाशित पुस्तक---दिल की बात, गज़ल संग्रह ....डॉ. श्याम गुप्त
दिल की बात , गज़ल संग्रह का आत्मकथ्य – काव्य या साहित्य किसी विशेष , काल...
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निमंत्रण पत्र ...लोकार्पण समारोह----- अभिनन्दन ग्रन्थ 'अमृत कलश' -----डा श्याम गुप्त लोकार्पण समारोह----- अभिनन्दन ग्रन्थ ...
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हार में है छिपा जीत का आचरण। सीखिए गीत से , गीत का व्याकरण।। बात कहने से पहले विचारो जरा मैल दर्पण का अपने उतारो जरा तन...
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मेरे द्वारा की गयी पुस्तक समीक्षा-- ============ मेरे गीत-संकलन गीत बन कर ढल रहा हूं की डा श्याम बाबू गुप्त जी लखनऊ द्वारा समीक्षा आज उ...
बहुत खूबसूरत गीत
जवाब देंहटाएंपानी बिकने लगा अब दूध के भाव पर
कौन मरहम लगाये अब घाव पर
बहुत खूब.
सुन्दर प्रस्तुति-
जवाब देंहटाएंआभार आदरणीय-
सच ..दुनियादारी में अब तो दमन ही रहा....
जवाब देंहटाएंआदरणीय शास्त्री जी सच को शब्दों में सुन्दरता से पिरोये हैं ...सादर !
अतिसुन्दर
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति-बहुत खूबसूरत गीत
जवाब देंहटाएंलाजवाब गीत है ... क्या कहने सर ...
जवाब देंहटाएंसच्ची ....
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