tag:blogger.com,1999:blog-7421790880043366399.post8571244910962326567..comments2024-01-19T14:10:47.867+05:30Comments on सृजन मंच ऑनलाइन: श्याम स्मृति .....मातृभाषा या राष्ट्रभाषा क्यों ?...डा श्याम गुप्त डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'http://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-7421790880043366399.post-26049507274919181622013-09-17T11:43:46.177+05:302013-09-17T11:43:46.177+05:30हिन्दी निश्चित रूप से शिक्षा का एक सशक्त माध्यम ह...हिन्दी निश्चित रूप से शिक्षा का एक सशक्त माध्यम है ,इसे बढ़ावा मिलना चाहिए!<br />latest post<a href="http://kpk-vichar.blogspot.in/2013/09/blog-post_17.html#links" rel="nofollow">: क्षमा प्रार्थना (रुबैयाँ छन्द )</a><br />latest post<a href="http://vichar-anubhuti.blogspot.in/2013/09/blog-post_4650.html#links" rel="nofollow"> कानून और दंड</a><br />कालीपद "प्रसाद"https://www.blogger.com/profile/09952043082177738277noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7421790880043366399.post-16362722562245100172013-09-16T22:23:10.419+05:302013-09-16T22:23:10.419+05:30धन्यवाद शर्मा जी.....सही कथन ...निज भाषा उन्नति अह...धन्यवाद शर्मा जी.....सही कथन ...निज भाषा उन्नति अहै सब उन्नति कौ मूल....डा श्याम गुप्तhttps://www.blogger.com/profile/03850306803493942684noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7421790880043366399.post-2532675376164857202013-09-15T18:29:55.087+05:302013-09-15T18:29:55.087+05:30बहुत सटीक बहुत सही बातें सुनवाईं हैं आपने। शुक्रिय...बहुत सटीक बहुत सही बातें सुनवाईं हैं आपने। शुक्रिया। <br /><br />लघुत्तम बहर सुन्दर भाव और अर्थ। <br /><br />अपनी भाषा ही अपना गौराव गान ,संस्कृति और इतिहास संजोये रहती है। अपना एक मुहावरा एक उपालम्भ लिए रहती है। जो बात तुझमे माँ सरस्वती निज भाषा में वह किसी और में नहीं भले सीखो मनोयोग से अंग्रेजी भी पर सर्च इंजिन अपनी भाषा हो। बहुत सही लेख। virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7421790880043366399.post-4167027675619149542013-09-15T18:29:28.627+05:302013-09-15T18:29:28.627+05:30बहुत सटीक बहुत सही बातें सुनवाईं हैं आपने। शुक्रिय...बहुत सटीक बहुत सही बातें सुनवाईं हैं आपने। शुक्रिया। <br /><br />लघुत्तम बहर सुन्दर भाव और अर्थ। <br /><br />अपनी भाषा ही अपना गौराव गान ,संस्कृति और इतिहास संजोये रहती है। अपना एक मुहावरा एक उपालम्भ लिए रहती है। जो बात तुझमे माँ सरस्वती निज भाषा में वह किसी और में नहीं भले सीखो मनोयोग से अंग्रेजी भी पर सर्च इंजिन अपनी भाषा हो। बहुत सही लेख। virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7421790880043366399.post-47019469893910913262013-09-15T12:02:01.583+05:302013-09-15T12:02:01.583+05:30धन्यवाद शास्त्री जी ...जय हिन्दी जय नागरी .....धन्यवाद शास्त्री जी ...जय हिन्दी जय नागरी .....डा श्याम गुप्तhttps://www.blogger.com/profile/03850306803493942684noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7421790880043366399.post-62880857856371099532013-09-14T11:44:47.980+05:302013-09-14T11:44:47.980+05:30हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com