tag:blogger.com,1999:blog-7421790880043366399.post8303788036839381873..comments2024-01-19T14:10:47.867+05:30Comments on सृजन मंच ऑनलाइन: -ललिता चन्द्रावली राधा का त्रिकोण --- प्रेम, तपस्या एवं योग-ब्रह्मचर्य का उच्चतम आध्यात्मिक भाव-तत्व ----चन्द्रावली सखी----डा श्याम गुप्त डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'http://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-7421790880043366399.post-70081141030052365662017-07-28T19:47:41.692+05:302017-07-28T19:47:41.692+05:30आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (29-...आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (29-07-2017) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"> "तरीक़े तलाश रहा हूँ" (चर्चा अंक 2681) </a> पर भी होगी।<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'<br />डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7421790880043366399.post-91799475524365210442017-07-28T11:29:20.699+05:302017-07-28T11:29:20.699+05:30सुन्दर रचना सुन्दर रचना Rishabh Shuklahttps://www.blogger.com/profile/06379621561747869564noreply@blogger.com