tag:blogger.com,1999:blog-7421790880043366399.post2368013800857084975..comments2024-01-19T14:10:47.867+05:30Comments on सृजन मंच ऑनलाइन: कुण्डली छंद ....श्याम लीला-- गोवर्धन धारण.... डा श्याम गुप्त....डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'http://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-7421790880043366399.post-81532662040900750002014-01-01T22:08:17.116+05:302014-01-01T22:08:17.116+05:30वाजपयी जी ...छंद का नाम कुण्डलिया नहीं है अपितु वा...वाजपयी जी ...छंद का नाम कुण्डलिया नहीं है अपितु वास्तविक नाम कुण्डली छंद है ....प्राथमिक कक्षाओं में ..पढी होंगीं कि शीर्षक... गिरिधर की कुण्डलियाँ ..या काका की कुण्डलियाँ ....जो कुण्डली का बहुबचन है ....उसी को बाद में कुण्डलिया कहने लगे ...अतः अब यह दोनों नाम से जाना जाता है ...डा श्याम गुप्तhttps://www.blogger.com/profile/03850306803493942684noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7421790880043366399.post-80749189894998070042013-11-14T16:43:40.816+05:302013-11-14T16:43:40.816+05:30जब छन्द का शुद्ध नाम ही नहीं लिखा तो पढ़ने से क्या ...जब छन्द का शुद्ध नाम ही नहीं लिखा तो पढ़ने से क्या लाभ?<br />फिर भी पढ़ लिया इसको कुण्डली नहीं कुण्डलिया छन्द कहा जाता है इसमें गति भंग है शिल्प के साथ प्रवाह भी छन्द की आवश्यकता होती है Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/03816385387282767109noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7421790880043366399.post-85146544905882753902013-07-30T18:25:13.354+05:302013-07-30T18:25:13.354+05:30धन्यवाद शास्त्रीजी...धन्यवाद शास्त्रीजी...डा श्याम गुप्तhttps://www.blogger.com/profile/03850306803493942684noreply@blogger.com